लक्ष्मी बैंकको साधारणसभाबाट ११.५ लाभांश वितरण गर्ने प्रस्ताव पारित


काठमाण्डु – लक्ष्मी बैंक लिमिटेडको २० औं वार्षिक साधारणसभा सम्पन्न भएको छ । मंगलबार लक्ष्मी बैक लिमिटेडको २० औं साधारणसभा सम्पन्न भएको हो । साधारण सभाले बैंकको चुक्ता पूँजीको ९ प्रतिशत बोनस शेयर र २.५ प्रतिशत नगद लाभांश वितरण गर्ने प्रस्ताव पारित गरेको छ । पारित बोनस शेयरसँगै बैंकको चुक्ता पूँजी  १०अर्ब६९ करोड पुगेको छ ।

साधारण सभाले आर्थिक वर्ष २०७५-७६ का लागि संचालक समितिको प्रतिवेदन तथासोही आर्थिक वर्षको बैंकको वित्तीय विवरण उपर छलफल गरी स्वीकृत गरेको छ । साधारण सभाले सर्वसाधारण शेयरधनीको तर्फबाट विश्वकरण जैन तथा स्वाती रुङ्गटालाई बैंकको सञ्चालक समितिमा निर्विरोध निर्वाचित गरेको छ ।

आ.व. २०७६÷७७मा १००.७६अर्ब निक्षेप र ८९.८९ अर्ब कर्जा पु¥याएको यस बैंकको वासलातको आकार १२८ अर्ब रहेको छ । सो आ.व.मा बैंकले १ अर्ब४१ करोडरुपैंया खुद मुनाफाआर्जन गर्न सफलभएको छ । यसका साथ साथै सम्पूर्ण वित्तीय सूचकहरु नियामकव्यवस्थाअनुरुपनै राम्रो अवस्थामा रहेका छन् ।

सन् २००२ मा स्थापनाभएको लक्ष्मी बैंकले आजआफ्नाशाखाहरु तथा सूचनाप्रविधिको माध्यमबाट बृहत स्तरमा सेवाप्रदानगर्न सफल भएको छ । तुलनात्मक रुपमा छोटो इतिहासको बाबजुदपनि रिटेल, कर्पाेरेट तथा ट्रेजरी जस्ता सम्पूर्ण वित्तीय सेवाको क्षेत्रमा सेवा पु¥याउने एक प्रमुख बैंकिङ्ग सेवाप्रदायकको रुपमा बंैक अगाडी आएको छ ।

उच्चस्तरीय संस्थागत सु–शासन संस्कार, जोखिम व्यवस्थापन प्रणाली र सक्षमप्रविधीलगायतउत्तमव्यवस्थापनभएको बैंकको रुपमालक्ष्मी बैंक नेपालमा सर्वत्र परिचित छ ।

लक्ष्मी बैंक एक हरित कम्पनीहो र यसले इन्टरनेट, कार्ड तथामोवाइलफोन जस्ता प्रविधिकामाध्यमको उच्चतमप्रयोग मार्फत हरियाली मैत्री बैंकिङ्ग सेवाप्रदानगर्न सक्षमभएको छ ।

लक्ष्मी बैंकको इन्भेष्टमेन्ट बैंकिङ्ग सेवाप्रदानगर्ने सहायककम्पनी ‘लक्ष्मी क्यापिटल मार्केट लि.’ सन् २००९ देखि संचालनमा रहेको छ । यसैगरी देस्रो सहायककम्पनी ‘लक्ष्मी लघुवित्त वित्तीय संस्था लि.’ ले सन् २०१२ बाट कारोबार शुरु गरीलघुवित्त सेवाप्रवाहगरिरहेको छ ।

लक्ष्मी बैंकले लक्ष्मी भ्यालु फण्ड १, लक्ष्मी इक्विटि फण्डतथा लक्ष्मी उन्नति कोष नामकम्यूचुअल फण्ड समेत सफलतापूर्वक जारी गरिसकेको छ ।

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ीबहmष् द्यबलप अयिकभम तजभ ाष्लबलअष्ब िथभबच द्दण्ज्ञढरद्दण् धष्तज ब दबबिलअभ कजभभत कष्शभ या ल्एच् ज्ञद्दड दष्ििष्यल बलम लभत उचयाष्त या ल्एच् ज्ञ।द्धज्ञ दष्ििष्यल। ब्िि पभथ ाष्लबलअष्ब िष्लमष्अबतयचक बचभ धभिि धष्तजष्ल उचगमभलतष्ब िबलम चभनगबितयचथ लयचmक। त्जभ द्यबलप’क ष्त्रिगष्मष्तथ चबतष्यक चझबष्लभम धभिि बदयखभ तजभ कतबतगतयचथ चभत्रगष्चझभलत तजचयगनजयगत ँथ् द्दण्ज्ञढरद्दण् चभाभिअतष्लन तजभ कतचभलनतज या ष्तक बककभत(ष्बिदष्ष्तिथ mबलबनझभलत।

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त्जभ द्यबलप लयध यउभचबतभक मष्चभअतथि ष्ल द्धड मष्कतचष्अतक धष्तज यखभच ज्ञद्दण्ण् झउयिथभभक। ऋयmउझिभलतष्लन तजष्क ‘दचष्अप बलम mयचतबच’ लभतधयचप, ीबहmष् द्यबलप जबक अजबmउष्यलभम तजभ गकभ या भभिअतचयलष्अ दबलपष्लन ष्ल ल्भउब।ि त्जभ द्यबलप ष्लतचयमगअभम तजभ ाष्चकत अयmउभितभ ष्लतभचलभत दबलपष्लन कभचखष्अभक ष्ल तजभ अयगलतचथ ष्ल द्दण्ण्द्द बलम ःयदष्भि ःयलभथ ष्ल द्दण्ण्ढ।

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ीबहmष् द्यबलप’क ष्लखभकतmभलत दबलपष्लन कगदकष्मष्बचथ – ीबहmष् ऋबउष्तब िःबचपभत ीष्mष्तभम जबक दभभल ष्ल यउभचबतष्यल कष्लअभ ँभदचगबचथ द्दण्ण्ढ। ब् कभअयलम कगदकष्मष्बचथ – ीबहmष् ीबनजगदष्ततब द्यष्ततष्थब क्बलकतजब ीष्mष्तभम अयmmभलअभम दगकष्लभकक ष्ल व्गलभ द्दण्ज्ञद्द।

ीबहmष् द्यबलप जबक बकिय कगअअभककागििथ बिगलअजभम तजचभभ mगतगब िागलम कअजझभक गलमभच तजभ लबmभ या ीबहmष् ख्बगिभ ँगलम क्ष्,ीबहmष् भ्त्रगष्तथ ँगलम बलम ीबहmष् ग्ललबतष् प्यकज।

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